किसान eNAM एप से जुड़ें


भारत में वर्तमान में, APMC मंडी (कृषि उपज बाजार समिति) की व्यवस्था है . यह व्यवस्था आज के परिवेश में कृषि -व्यापार के दायरे को सीमित करता है। परंपरागत व्यवस्था में किसान अपनी उपज को स्थानीय कृषि मंडी में ले जाते हैं, जहां कारोबारी उनके कृषि उत्पाद खरीदते हैं. एक ही राज्य में उपज को एक मण्डी से दूसरे मंडी में ले जाने के लिए कई लागतें होती हैं, कई लाइसेंस एक ही राज्य में विभिन्न बाजारों में व्यापार करने के लिए आवश्यक हैं। यह फिलहाल एक महंगी और विभाजित कृषि अर्थव्यवस्था हो गई थी, और  इसमें बिचौलियों का लाभ बढ़ गया था एवं किसान की आय कम हो गई थी।  इसे दूर करने के लिए सरकार ने eNAM की व्यवस्था लाई जिसे ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्किट कहते हैं. यह एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है जो कंप्यूटर या मोबाइल एप के द्वारा संचालित होती है , एवं कृषि वस्तुओं के एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाने के लिए मौजूदा APMC मंडियों को आपस में जोड़ता है। इस eNAM के पीछे स्‍थानीय कृषि उपज मंडी समिति रहेगी. लघु किसान कृषि व्यवसाय कंसोर्टियम (SFAC) भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में इसे लागू करने की प्रमुख एजेंसी है।. इससे ऑनलाइन जुड़ने के बाद कोई भी कृषि उपज मण्‍डी राष्‍ट्रीय व्‍यापार नेटवर्क में भाग ले सकती है. किसान जब स्‍थानीय स्‍तर पर अपने उत्‍पाद बेचने के लिए मण्‍डी में लाएंगे तो उन्‍हें स्‍थानीय व्‍यापारियों के साथ-साथ इंटरनेट के माध्‍यम से देश के अन्‍य राज्‍यों में स्थित व्‍यापारियों को भी अपने माल बेचने का विकल्‍प मिलेगा. ऐसे में किसानों को जहां अपनी उपज का बेहतर भाव मिलेगा, किसान वहां बेचने के लिए स्‍वतंत्र होंगे. इसका उद्देश्य एकीकृत बाजारों में प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, खरीदारों और विक्रेताओं के बीच सूचना की विषमता को दूर करके और वास्तविक मांग और आपूर्ति के आधार पर रियल टाइम प्राइस को बढ़ावा देकर कृषि व्यापार में एकरूपता को बढ़ावा देना है।  यह कृषि वस्तुओं में अखिल भारतीय व्यापार की सुविधा के लिए एक आम ऑनलाइन मार्केट प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश भर में एपीएमसी का एकीकरण, समय पर ऑनलाइन भुगतान के साथ-साथ उत्पादन की गुणवत्ता के आधार पर पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से बेहतर कीमत प्रदान करता है। अब धीरे धीरे eNAM लोकप्रिय साबित हो रहा है क्योंकि फसलों को तुरंत तौला जाता है और उसी दिन स्टॉक उठा लिया जाता है और भुगतान भी ऑनलाइन हो जाता है। इस ईएनएएम प्लेटफॉर्म पर, किसान मोबाइल ऐप या पंजीकृत कमीशन एजेंटों के माध्यम से सीधे व्यापार करने का विकल्प चुन सकते हैं। 

ईएनएएम 16 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों में 585 एपीएमसी बाजारों के साथ जुड़ा हुआ है, जिसमें 15 राज्यों में 45 लाख से अधिक किसान सदस्य हैं। सरकार की योजना है कि 22,000 और स्थानीय किसान बाजारों को प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाए। सरकार देश भर में साप्ताहिक और द्वि-साप्ताहिक अस्थायी बाजारों (हाट) के साथ-साथ सभी कृषि उपज मंडी समितियों (एपीएमसी) को वर्ष २०२२ तह eNAM द्वारा लिंक करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, देश भर में कृषि और गैर-कृषि वस्तुओं में लगभग 14,500 अस्थायी मंडियां हैं, जिन्हें कृषि मंत्रालय eNAM के साथ जोड़ना चाहता है। मंत्रालय बेहतर ग्रेडिंग और रखरखाब सेवाएं प्रदान करने के  अलावा बेहतर प्रमाणन के लिए AGMARK में सम्भावना देख रहा है।

 एक उदाहरण में कृषि मंत्रालय के अनुसार 2019 से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में आलू, बैगन और फूलगोभी की ई-नैम मंडियों के बीच अंतर-राज्यीय लेनदेन शुरू हो गया है और eNAM का प्रयोग कर  हल्द्वानी के एक किसान ने पहली बार अंतर-राज्यीय लेनदेन में उत्तर प्रदेश के बरेली में एक व्यापारी को अपनी टमाटर की फसल बेची.  दरअसल eNAM का लक्ष्‍य है कि पूरा देश ही एक मण्‍डी क्षेत्र बने. अगर यूपी के निचलौल मंडी का कोई किसान अपनी कृषि उपज मुंबई में बेचना चाहे तो कृषि उपज को लाने-ले जाने तथा विपणन आसानी से व कम समय में संभव हो. अगर ऐसा होता है तो इसका सीधा लाभ सिर्फ किसानों को नहीं  व्‍यापारियों और ग्राहकों को भी मिलेगा. बड़े पैमाने पर कृषि उत्‍पाद का व्‍यापार किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम देगा, वहीं व्‍यापारियों को भी कारोबार के अधिक मौके मिलेंगे. किसान और व्यापारियों के बीच के इस कारोबार में स्‍थानीय कृषि उपज मण्‍डी के हित को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा, क्‍योंकि पूरा व्‍यापार उसके माध्‍यम से ही होगा. 

यह किसानों के साथ साथ व्यापारियों के लिए भी फायदेमंद है इसमें व्यापारियों / खरीदारों और कमीशन एजेंटों को लिबरल लाइसेंसिंगकी सुविधा है और जिसके लिए  भौतिक यार्ड या यार्ड में दुकान / परिसर की किसी भी पूर्व शर्त की जरुरत नहीं है, और राज्य के सभी बाजारों में व्यापार के लिए सिर्फ एक लाइसेंस है। व्यापारी सम्पूर्ण भारत में कहीं भी एक एपीएमसी से दूसरे में सेकेंडरी ट्रेडिंग कर सकेंगे जिससे स्थानीय व्यापारियों को द्वितीयक व्यापार के लिए बड़े राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच मिल सकती है। बड़े खुदरा विक्रेताओं,प्रोसेसर या निर्यातकों जैसे खरीददार भारत में किसी भी मंडी से वस्तुओं को उठाने में सक्षम होंगे, जिससे बीच की लागत कम हो जाएगी। इससे व्यापारियों की संख्या बढ़ेगी और उनके बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी जिससे उपभोक्ताओं को भी कीमतों और उपलब्धता का लाभ मिलेगा। । प्रक्रिया में पारदर्शिता से टेंडरिंग / नीलामी प्रक्रिया में हेरफेर की गुंजाइश खत्म होती है। यह सूचना विषमता को  भी समाप्त करता है क्योंकि वेबसाइट से सीधे एपीएमसी की सभी गतिविधियों को जाना जा सकता है।

 

देश के सभी किसानों को इसका लाभ उठाना चाहिए, यह सुविधा,मंडी पर, किसी भी कंप्यूटर पर या गूगल प्ले पर eNAM एप के रूप में उपलब्ध है जिन किसानों के पास या उनके परिवार में एंड्राइड मोबाइल है उन्हें इसको डाउनलोड कर लेना चाहिए. इसमेंट्रेडिंग कंप्यूटर/मोबाइल एप के साथ ई-नाम बाजारों में भी मोबाइल ऐप के माध्यम से की जाती है। इस एप में कुछ आकर्षक सुविधाएँ जैसे MIS डैशबोर्ड, BHIM UPI और अन्य मोबाइल भुगतान, उन्नत सुविधाएँ जैसे गेट एंट्री और मोबाइल फोन के माध्यम से भुगतान और किसान डेटाबेस जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। RTGS / NEFT,डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी ऐप में है. एजेंट खुद ही ज्यादातर किसानों की ओर से ट्रेडिंग के लिए eNAM मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं। एप में ही गेट एंट्री की सुविधा से एंट्री रिकॉर्डिंग के साथ साथ समय की भी बचत होती है. किसान भी अपने व्यापार की प्रगति एवं कीमत की रियल टाइम बोली की प्रगति अपने मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं।

 

लेकिन अभी भी, अधिक से किसानों और व्यापारियों को eNAMका उपयोग करने की आवश्यकता है। इससे अधिक संख्या में व्यापारियों को अधिक प्रतिस्पर्धी माहौल बनाने में मदद मिलेगी जो बदले में किसानों के लिए उच्च आय पैदा करेगा। किसानों के लिए,परिवहन और लाइसेंस की लागत कम होने से उन्हें सीधे लाभ होगा। 

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