राम नगरी अयोध्या एवं कृष्ण नगरी मथुरा
को अंतर्राष्ट्रीय नगर के रूप में विकसित किया जाय
विश्व भर में फैले 100 करोड़ हिन्दूवों के सबसे प्रमुख आस्था के केंद्र, रामायण एवं महाभारत जैसे ग्रंथ के महानायक श्री राम और श्री कृष्ण के जन्मस्थान का अंतर्राष्ट्रीय नगर के रूप में न होना कहीं न कहीं आज़ादी के बाद भारत देश की असफलता है।
लगभग हर देशों ने ऐसे पवित्र स्थानों को अंतराष्ट्रीय तीर्थ के रूप में विकसित किया है तदनुसार आवागमन एवं ठहरने की वहाँ व्यवस्था एवं योजनाएँ हैं। जैसे की सऊदी अरब में मक्का एवं मदीना, वेटिकन सिटी, लुम्बिनी, कुशीनगर, सारनाथ । यहाँ विश्व भर से लोग आते हैं। क्यों नहीं भारत सरकार अयोध्या एवं मथुरा को लेकर ऐसी योजना आती है। यह विश्व भर मे शांति सुख विश्व बंधुत्व वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देने वाले हिन्दू समाज को दिया गया सम्मान होगा। इस संबंध में मेरे कुछ निम्नलिखित सुझाव हैं।
1- अयोध्या का नाम श्री राम नगरी अयोध्या किया जाय और मथुरा का नाम श्री कृष्ण नगरी मथुरा किया जाय।
2- अयोध्या एवं मथुरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट विकसित किए जाएँ।
3- अयोध्या को हवाई मार्ग से उन सभी देशों और नगरों से जोड़ा जाएँ जहां श्री राम के राज्य का विस्तार हुआ था या संबंध था, मसलन अयोध्या- श्री लंका, अयोध्या-कंबोडिया, अयोध्या-इंडोनेशिया-बाली, अयोध्या-थायलैंड एवं अन्य संबन्धित देश।
4- मथुरा एवं द्वारिका को हवाई मार्ग से जोड़ा जाए और अयोध्या को जनकपुर से जोड़ा जाए।
5- दोनों शहरों में फाइव स्टार होटल का निर्माण किया जाय।
6- श्री राम और श्री कृष्ण , रामायण एवं महाभारत से संबन्धित चीजों के लिए एक म्यूजियम का निर्माण किया जाय।
7- मूल शहर को हेरिटेज घोषित कर मौजूदा नगर के बाहर इन अंतरर्राष्ट्रीय नगरों का निर्माण किया जाय, ताकि सड़क मार्ग से कोई जाए तो उसे लगे वह किसी 100 करोड़ आबादी वाले समाज के भगवान के शहर से गुजर रहा है।
8- विश्व भर के लोगों के लिए जो यहाँ आकार कुछ दिन निवास करना चाहते हैं उनके लिए टाउनशिप योजना लाई जाए।
सीए पंकज जायसवाल
Comments